अमेरिका की आईटी कंपनी कॉग्निजेंट ने कहा कि उसने 2016 में अपने पुनर्खरीद सौदे के तहत सभी देय करों का भुगतान कर दिया है. और इस बारे में भारत के आयकर विभाग का रुख कानून के उलट और बिना किसी आधार के है.
आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी का यह बयान आयकर विभाग द्वारा देश में उसके कुछ बैंक खातों पर रोक लगाने के संबंध में आया है. कंपनी के बैंक खातों पर रोक करोड़ों रुपए के लाभांश (डिविडेंड) वितरण कर भुगतान विवाद के मद्देनजर लगाया गया है.
कॉग्निजेंट ने कहा कि वह इस मामले में अपना बचाव करेगी और सभी उपलब्ध कानूनी कदम उठाएगी.
ई-मेल से भेजे अपने जवाब में कॉग्निजेंट के प्रवक्ता ने कहा कि आयकर विभाग के हालिया कदम से कंपनी का कारोबारी परिचालन और ग्राहकों के साथ कामकाज प्रभावित नहीं होगा.
प्रवक्ता ने कहा कि मद्रास हाईकोर्च ने मंगलवार को इस मामले की सुनवाई के बाद आयकर विभाग को सुनवाई लंबित रहने तक कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा है.
आपको बता दें कि कॉग्निजेंट का हेडक्वार्टर अमेरिका में है. उसके अधिकांश कर्मचारी (2.6 लाख) भारत में कार्यरत हैं.