view all

मॉनसून के असमान वितरण से बढ़ सकती है महंगाई: रिपोर्ट

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 4.6 से 4.7 प्रतिशत के बीच रहेगी

Bhasha

इस साल मॉनसून के बेहतर रहने लेकिन उसका असमान वितरण से खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ सकते है और इससे महंगाई दर और बढ़ सकती है.

बाजार विश्लेषक कंपनी डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट के अनुसार देश में ईंधन की कीमत में वृद्धि हो रही है और यह अबतक के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. यह एक और कारण है जिससे महंगाई बढ़ सकती है.


संस्थान को उम्मीद है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 4.6 से 4.7 प्रतिशत के बीच रहेगी. वहीं थोक महंगाई दर इस महीने 3.6 से 3.8 प्रतिशत रह सकती है.

डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट के प्रमुख अर्थशास्त्री अरुण सिंह ने कहा, ‘इस साल मॉनसून सामान्य रहने की भविष्यवाणी की गई है. इससे चालू वर्ष में मांग में सुधार की उम्मीद है.’

उन्होंने कहा, ‘हालांकि वर्षा के वितरण पर ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि बारिश के असमान वितरण से खाद्य महंगाई बढ़ सकती है.’

इसके अलावा भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक व्यापार में बढ़ता तनाव, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव तथा रुपए की विनिमय दर में गिरावट से महंगाई बढ़ने का जोखिम बना हुआ है.

डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट का अनुमान है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक इस साल अप्रैल में 6.5 से 7.5 प्रतिशत रह सकता है.