उद्योग जगत को अगले दो वर्षों में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर बढ़कर 8 प्रतिशत के करीब रहने की उम्मीद है. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा है कि मजबूत सुधार प्रक्रिया और राजकोषीय सूझबूझ ने तेजी की नींव रखी है.
सीआईआई के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल ने कहा, 'वर्तमान में अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में उठाए गए प्रमुख सुधारों से जुड़ी प्रक्रिया काफी हद स्थिर हो गई है और उद्योग नए निवेश के लिए तैयार हैं और क्षमता उपयोग में वृद्धि हो रही है.'
सीआईआई ने कहा कि हाल ही में 50,000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की गई है.
कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) पर किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, 82 प्रतिशत का मानना है कि 2018-19 में जीडीपी की वृद्धि दर सात प्रतिशत से ऊपर रहेगी जबकि 10 प्रतिशत का मानना है कि वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत से अधिक रहेगी.
उद्योगों का विचार है कि जीडीपी वृद्धि दर अगले कुछ वर्षों में बढ़कर 8 प्रतिशत के करीब होगी. राजकोषीय सूझबूझ, समर्थ वृहद आर्थिक प्रबंधन और मजबूत सुधार प्रक्रिया वृद्धि की नींव रखने के लिए तैयार हैं.
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को लेकर सदस्यों का मानना है कि मांग स्थिति बेहतर है, हालांकि लागत मूल्य में वृद्धि हो रही है.