केंद्रीय वित्त मंत्रालय के प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने शनिवार को कहा कि अगली तिमाही की गणना में आर्थिक वृद्धि प्रभावित हो सकती है, पर बावजूद इसके भारत दुनिया की सबसे तेजी से वृद्धि कर रही अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. उन्होंने वृद्धि की संभावनाओं को लेकर शक करने वालों को भी खारिज किया है.
शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था की 2018-19 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) की वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही. इस दौरान खास कर विनिर्माण और कृषि का प्रदर्शन अच्छा रहा. इस तरह वृद्धि की रफ्तार के मामले में चीन के ऊपर भारत ने बढ़त और मजबूत कर ली है.
सान्याल ने कहा कि ‘अगली रीडिंग में (अगली तिमाही की रपट में) तुलनात्मक आधार के प्रभाव के चलते एक साल पहले की तुलना में वृद्धि दर प्रभावित हो सकती है. पर इसके बावजूद वह आकड़ा बहुत मजबूत रहेगा और भारत सबसे तेज वृद्धि कर रही अर्थव्यवस्था बनी रहेगी.’
सान्याल भारत के सकल घरेल उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर को लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम द्वारा व्यक्त किए गए संदेह को लेकर पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे.
चिदंबरम ने कहा था कि तीसरी और चौथी तिमाही वृद्धि के लिए पहली तिमाही जैसी अनुकूल नहीं होगी. उन्होंने कहा था पहली तिमाही में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद वार्षिक वृद्धि कुल मिला कर पिछले साल के स्तर पर ही रहेगी.
सान्याल ने कहा कि पहली तिमाही के संबंध में तुलना के निम्न आधार को भी ध्यान में रखे तो भी 8.2 प्रतिशत की वृद्धि उल्लेखनीय रुप से मजबूत है. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत थी जो पिछली आठ तिमाहियों की न्यूनतम दर है.