मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को कहा कि जीएसटी के तहत टैक्स के स्लैबों में कमी की जा सकती है. उन्होंने 12 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के स्लैबों को मिलाकर एक स्लैब बनाने की बात कही.
उन्होंने कहा कि एक जुलाई से शुरू की गई यह व्यवस्था अगले छह से नौ महीने में स्थायित्व पा लेगी तथा अन्य देशों के लिए उदाहरण के रूप में उभरेगी.
उन्होंने आगे कहा, ‘कुछ समय बाद 12 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दरों को मिलाकर एक नई दर बनाई जा सकती हैं. आने वाले समय में हम कर श्रेणियों में कमी देखेंगे. हम कभी भी एक मात्र दर नहीं लागू कर सकेंगे क्योंकि ऐसा कर पाना काफी मुश्किल है.’ वह आईसीएफएआई इंस्टिट्यूट ऑफ हायर स्टडीज में व्याख्यान दे रहे थे.