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कोबरापोस्ट ने किया बड़ा खुलासा- DHFL के प्रमोटर्स ने जनता को लगाया 31 हजार करोड़ का चूना

कोबरापोस्ट ने दावा किया कि मुख्य रूप से शेल कंपनियों को लोन के रूप में पैसे दिए गए

FP Staff

नॉन प्रॉफिट जर्नलिस्म कंपनी कोबरापोस्ट ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन(डीएचएफएल) के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. मनीकंट्रोल के मुताबिक कोबरापोस्ट ने आरोप लगाया कि डीएचएफएल के प्राथमिक प्रमोटरों ने जनता से 31,000 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया.

कोबरापोस्ट ने दावा किया कि मुख्य रूप से शेल कंपनियों को लोन के रूप में पैसे दिए गए. कथित तौर पर पैसे को संदिग्ध कंपनियों के माध्यम से भेजा


गया था और संपत्ति हासिल करने के लिए भारत के बाहर भी इसका प्रयोग किया गया था.

कंपनी ने कहा कि पैसे का प्रयोग शेयर, इक्विटी और बाकी प्राइवेट संपत्ति खरीदने के लिए किया गया. यह सब भारत, यूके, दुबई, श्रीलंका, मॉरीशस में

हुआ. कोबरापोस्ट ने आरोप लगाया कि डीएचएफएल का 21,477 करोड़ रुपए का फंड कई शेल कंपनियों में लोन और इनवेस्टमेंट के रूप में ट्रांसफर किया

गया. इन मामलों में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कोई घोषणा नहीं की थी.

कोबरापोस्ट ने आरोप लगाया कि गैर-बैंकिंग वित्तीय निगम (एनबीएफसी) ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लगभग 20 करोड़ रुपए का दान

दिया. कोबरापोस्ट ने दावा किया कि 2014-15 और 2016-17 में RKW डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, स्किल रिलेटर्स प्राइवेट लिमिटेड और दर्शन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिडेट ने बीजेपी को 19.5 करोड़ रुपए दिए गए थे. यह सभी डोनर वाधवान्स से लिंक थे.

RKW डेवलपर्स ने 2014-15 में अपनी बैलेंस सीट में कोई दान नहीं दिखाया था. इसी तरह स्किल रिलेटर्स ने 2014-15 में 2 करोड़ रुपए दान दिए थे लेकिन अपनी बैलेंस शीट में यह नहीं दिखाया. यह सारे दावे कोबरापोस्ट ने किए हैं. कोबरापोस्ट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद डीएचएफएल के शेयर 8 फीसदी गिरने की खबर सामने आई है.

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