view all

चीनी मोबाइल कंपनियों ने जमाया भारतीय बाजार पर कब्जा

2017 की पहली तिमाही में चीनी विक्रेताओं की भारतीय मोबाइल फोन बाजार में 49 फीसदी हिस्सेदारी रही जो बाकी देशों की कंपनियों से बहुत ज्यादा है

FP Tech

महज एक साल में ही चीनी बजट फोन निर्माता कंपनी शयोमी ने भारतीय मोबाइल बाजार पर एक तरह से कब्जा कर लिया है. यह करने के लिए कंपनी ने एक कठिन समस्या का हल निकाल कर एक ऐसा फोन बनाया जो कि ऑयली फिंगर से भी फोन को अनलॉक कर देगा.

कंपनी ने पिछले साल टेक्नो मोबाइल लॉन्च किया था जिसमें ऑयली फिंगर्स से भी अनलॉक करने का फीचर था. इस अकेले फीचर के कारण कंपनी भारत में मोबाइल विक्रेताओं के लिस्ट में टॉप थ्री में शामिल हो गई. यही नहीं अफ्रीका में कंपनी इस खास फोन की वजह से टॉप विक्रेता बन गई है.


बात सिर्फ एक फोन और कंपनी की नहीं है. भारत में चीनी मोबाइल कंपनियों का जो बोलबाला है, वह आंकड़ों में भी दिखता है. भारत में लगभग 65 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ताओं में 30 करोड़ से ज्यादा ऐसे हैं जो स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं. इन लोगों के लिए चीनी कंपनियां पहली पसंद बनी, क्योंकि उन्होंने मजबूत सुविधाओं के साथ बजट में फोन लॉन्च किए.

2017 की पहली तिमाही में चीनी विक्रेताओं की भारतीय मोबाइल फोन बाजार में 49 फीसदी हिस्सेदारी रही. 180 फीसदी राजस्व वृद्धि के साथ-साथ चीनी कंपनियों ने इस सेक्शन में घरेलू कंपनियों को पनपने भी नहीं दिया. शीर्ष चीनी ब्रांडों में, शयोमी ने इस साल सबसे बड़ी वृद्धि देखी.

23.5 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ शयोमी ने तीसरी तिमाही में 9 करोड़ से ज्यादा फोन बेचे.

श्योमी के बाद सैमसंग का 23.5 प्रतिशत, लेनोवो-मोटोरोला का 9 प्रतिशत, विवो 8.5 प्रतिशत और ओप्पो का 7.9 प्रतिशत भारत में मार्केट शेयर है.