सोमवार को आधिकारिक बजट दस्तावेजों को छपाई के लिए भेजे जाने के साथ ही वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने पारंपरिक 'हलवा समारोह' का आयोजन किया. यह समारोह अंतरिम बजट के लिए दस्तावेजों की छपाई की प्रक्रिया को शुरू करने का प्रतीक माना जाता है. आगामी एक फरवरी को सरकार बजट पेश करने वाली है.
हालांकि जब से एनडीए की सरकार बनी है तब से यह पहली बार होगा जब वित्त मंत्री अरुण जेटली इस समारोह में मौजूद नहीं होंगे. न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के वरिष्ठ नेता जेटली को कैंसर है, जिसका वह अमेरिका में इलाज करा रहे हैं. यह संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वह इस सप्ताह के आखिर में भारत लौट सकते हैं.
हलवा परोसे जाने के का महत्व इसलिए भी अधिक हो जाता है क्योंकि बड़ी संख्या में अधिकारी और सहायक कर्मचारी, जो सीधे बजट बनाने और छपाई प्रक्रिया से जुड़े होते हैं, को बजट प्रस्तुति तक अपने परिवार से अलग रहना होता है और वह मंत्रालय में ही रहते हैं. सरकार ने हलवा बांटते और खिलाते हुए अधिकारियों की तस्वीरें साझा की हैं.
हलवा समारोह के बाद परिवार से अधिकारियों के ना मिलने के जो प्रतिबंध उन पर लगते हैं वो इस बजट की गोपनीयता बनाए रखने की नीति का हिस्सा है. हालांकि इस नियम से सिर्फ वित्त मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को ही छूट मिलती है.