ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर कन्फेडरेशन (AIBOC) ने आने वाले चार फरवरी को अपनी मांगों के समर्थन में दिल्ली में प्रदर्शन करने की घोषणा की है. उनकी मांगों में प्रमुख रूप से पब्लिक सेक्टर के तीन बड़े बैंक- बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के विलय (Merger) और वेतन संशोधन है.
इसके अलावा वो नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) को खत्म करने, पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने और वीक में फाइव डे वर्किंग चाहते हैं.
बता दें कि इसी साल दो जनवरी को केंद्रीय मंत्रिमंडल (Union Cabinet) ने इन तीनों बैंकों के विलय की मंजूरी दी थी. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसकी जानकारी देते हुए बताया था की यह कदम बैंकिग में सुधार के लिए उठाया जा रहा है.
सरकार ने उम्मीद जताई थी कि इन तीनों बैंकों के विलय से अस्तित्व में आने वाला बैंक अगले वित्त वर्ष (2019-2020) से काम करना शुरू कर देगा. विलय से अस्तित्व में आने वाले बैंक का कुल कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपए होगा. विलय के बाद देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या भी घटकर 18 रह जाएगी.
विलय के बाद बनने वाला यह बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजिक क्षेत्र का बैंक हो जाएगा.