एयर इंडिया के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि एयर एशिया के अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई की जांच का असर एयर इंडिया पर नहीं होगा. घाटे में चल रही एयर इंडिया में सरकार 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहती है. सरकारी एयरलाइन कंपनी में दिलचस्पी दिखाने की डेडलाइन 31 मई 2018 को खत्म हो गई. कई प्राइवेट कंपनियों में एयर इंडिया से बातचीत की लेकिन कोई भी बोली लगाने आगे नहीं आया.
एविएशन मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी आर. एन. चौबे से जब यह पूछा गया कि क्या एयर एशिया के खिलाफ फर्जीवाड़ा का केस होने का असर एयर इंडिया पर भी होगा. इस पर उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता. चौबे ने कहा कि एयर इंडिया को खरीदने का फैसला ऐसी व्यक्तिगत घटनाओं को ध्यान में रखकर नहीं लिया जाता है.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की किसी एक व्यक्ति अथवा कंपनी से जुड़ी घटनाएं, मुझे नहीं लगता, इनका (एयर इंडिया के विनिवेश पर) कोई असर होगा. सीबीआई ने एयर एशिया इंडिया, इसके अधिकारियों और एयर एशिया के खिलाफ मंगलवार को एफआरआई दर्ज की है.