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एयर इंडिया के पायलटों ने चेताया: कंपनी की हालत ठीक नहीं, मुसाफिरों का क्या होगा

एयर इंडिया के पायलटों को जुलाई से सैलरी नहीं मिली है. इसका भी कोई भरोसा नहीं है कि अगली सैलरी कब मिलेगी

FP Staff

भारत नागरिक उड्ड्यन के क्षेत्र में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है लेकिन यहां की दो प्रमुख कंपनियां एयर इंडिया और जेट एयरवेज खस्ताहालत में हैं.

शुक्रवार को एयर इंडिया के पायलटों के संगठन इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) ने प्रबंधन से पूछा कि क्या कंपनी के पास इतना पैसा है कि वह जहाजों की नियमित मरम्मत करा सके. एयर इंडिया के पायलटों की यह बात जेट एयरवेज के उस बयान के बाद आया है जिसमें कंपनी बंद होने की अटकलें लगाई जा रही हैं.


पिछले साल एयर इंडिया और जेट एयरवेज की विदेशी उड़ानों का आंकड़ा 30 फीसदी के आसपास रहा, जिसमें दोनों कंपनियों ने कुल 5.9 करोड़ यात्रियों में 1.8 करोड़ मुसाफिरों की फेरी लगवाई. देसी उड़ानों के बाजार में इन दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी 28 प्रतिशत के आसपास है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, एयर इंडिया के पायलटों को जुलाई से सैलरी नहीं मिली है. इसका भी कोई भरोसा नहीं है कि अगली सैलरी कब मिलेगी. पायलटों ने शुक्रवार को कंपनी के चेयरमैन को एक पत्र लिखकर मामला जल्द सुलझाने का आग्रह किया है. पत्र में कहा गया है कि कंपनी की हालत को देखते हुए हमें यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी काफी चिंता है.