वैश्विक बाजार में बढ़ते कच्चे तेल की कीमतों का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ रहा है. मंगलवार को एक बार फिर देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ा दिया गया है. रोजाना तेल की कीमतों में बदलाव के तहत बढ़े दाम के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 12 पैसे बढ़कर 73.95 रुपए हो गई है, जबकि डीजल की कीमत 13 पैसे बढ़कर 64.82 रुपए हो गई है. इसी तरह, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे अन्य शहरों में भी बढ़ती कीमतों का असर लोगों पर पड़ा है. इन शहरों में राष्ट्रीय राजधानी की तुलना में कीमतें ज्यादा हैं.
जब से तेल की कीमतों में रोज बदलाव करने का फैसला लिया गया है, उसके बाद बहुत कम ऐसे मौके आए हैं जब कीमतों को बढ़ाया न गया हो. रोजाना सुबह 6 बजे तेल कंपनियां तेल की कीमतों का निर्धारण करती हैं. यह लगातार 6वें दिन हुआ जब कीमतों में इजाफा हुआ हो. हालांकि अभी भी सरकार चुप्पी साध रखी है और कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
दिल्ली के अलावा देश के अन्य शहरों जैसे कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 76.66 रुपए, मुंबई में 81.8 रुपए और चेन्नई में 76.72 रुपए प्रति लीटर है. वहीं डीजल की कीमत कोलकात में 67.51 रुपए, मुंबई में 69.02 रुपए और चेन्नई में 68.38 रुपए प्रति लीटर है.
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तेल की कीमतों में अचानक ही इजाफा नहीं हुआ है. सरकार के टैक्स और वैश्विक बाजार में बढ़ती कीमतों का असर भी पड़ रहा है. वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है. ऑर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज (ओपेक) और रूस द्वारा तेल की सप्लाई में कटौती करने के बाद तेल की वैश्विक कीमतों में उछाल आया है.
2016-17 में जब वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत लगभग 48 डॉलर प्रति बैरल थी तब भी सरकार ने तेल की कीमतों में कटौती नहीं की. सरकार ने तब कहा था कि यह स्थिति को संतुलित रखने के लिए किया गया है, लेकिन अब जम कीमत लगातार बढ़ रही है तो इसकी मार आम लोग भी झेल रहे हैं.