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जानिए क्या है लाभ पंचमी का महत्व, व्यापारियों के लिए है बेहद खास

गुजरात में सभी व्यापार अपना व्यापार लाभ पंचमी के दिन से ही शुरू करते हैं

FP Staff

दिवाली आ गई है लेकिन दिवाली के बाद भी त्योहारों का सिलसिला जारी रहने वाला है. दिवाली के बाद गुजरात में एक बेहद महत्वपूर्ण पूजा होती है जिसका नाम है लाभ पंचमी.

लाभ पंचमी को कई इलाकों में सौभाग्य पंचमी या सौभाग्य-लाभ पंचमी भी कहते हैं. जैसा कि नाम से ही जाहिर है- लाभ का मतलब है फायदा और सौभाग्य मतलब अच्छी किस्मत. इसलिए यह दिन अच्छी किस्मत और फायदे से जुड़ा हुआ है.


यह त्योहार व्यापारियों और व्यवसायियों के लिए बेहद शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन ईश्वर की आराधना से व्यवसायियों और उनके परिवारवालों के जीवन में फायदा और अच्छी किस्मत आती है.

इसी दिन से शुरू होता है व्यापार

गुजरात में सभी व्यापारी अपना व्यापार लाभ पंचमी के दिन से ही शुरू करते हैं. खास बात यह कि दिवाली के अगले दिन ही गुजराती नववर्ष मनाया जाता है. इस दिन से सभी लोग 5 दिनों की छुट्टी पर चले जाते हैं और लाभ पंचमी के दिन से दोबारा काम-काज शुरू करते हैं.

इसके अलावा नया बही-खाता भी बनाया जाता है जिसकी बाईं ओर शुभ और दाईं ओर लाभ लिखा जाता है. इसके बाद पहले पन्ने के बीच में साहित्य का चित्र बनाकर काम-काज प्रारंभ किया जाता है.