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दिवाली 2017: धन और यश के लिए इस विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा

इस दिवाली महालक्ष्मी पूजन का मुहूर्त सुबह सात बजे से शुरू हो रहा है

FP Staff

दिवाली का त्योहार यानी खुशियां बांटने का त्योहार. कहा जाता है कि इस दिन दीप जलाकर रोशनी करने से मां लक्ष्मी घर में आती है. जिस घर से मां अधिक प्रसन्न होती है, उन्हें कभी भी धन की कमी नहीं होती. अगर ‌दिवाली वाले दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना हो तो नीचे लिखी इन 33 सामग्रियों के साथ मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्‍णु, भगवान गणेश और भगवान कुबेर की भी पूजा करें.

कब है शुभ मुहूर्त


इस दिवाली महालक्ष्मी पूजन का मुहूर्त सुबह सात बजे से शुरू हो रहा है. यह मुहूर्त रात साढ़े आठ बजे तक रहेगा.

इस मंत्र से होती है मां लक्ष्मी की पूजा

ऊं अपवित्र: पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोऽपिवा. य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तर:

इस मंत्र से खुद पर और आसन पर 3-3 बार कुशा और पुष्पादि से छीटें लगाएं.

इस विधि से करें पूजा

मां लक्ष्मी की पूजा में कलावा, रोली, सिंदूर, एक नारियल, अक्षत, लाल वस्त्र , फूल, पांच सुपारी, लौंग, पान के पत्ते, घी, कलश, कलश के लिए आम का पल्लव, चौकी, समिधा, हवन कुण्ड, हवन सामग्री, कमल गट्टे, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल), फल, बताशे, मिठाईयां, पूजा में बैठने हेतु आसन, हल्दी , अगरबत्ती, कुमकुम, इत्र, दीपक, रूई, आरती की थाली, कुशा, रक्त चंदनद, श्रीखंड चंदन पूजन सामग्री का इस्तेमाल करें.

पूजन शुरू करने से पहले चौकी को धोकर उस पर रंगोली बनाएं और चौकी के चारों तरफ चार दीपक जलाएं. जिस जगह पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा को स्‍थापित करने जा रहे हैं, वहां पर थोड़ा सा चावल रखकर लक्ष्मी की प्रतिमा को रखें. मां लक्ष्मी को प्रसन्‍न करने के लिए उनके बाईं ओर भगवान विष्‍णु की प्रतिमा को स्‍थापित करें. इनकी पूजा करने से घर की निगेटिव एनर्जी बाहर जाती है और सुख समृद्धि घर में आती है.

पुष्प, फल, सुपारी, पान, चांदी का सिक्का, नारियल (पानी वाला), मिठाई, मेवा, आदि सभी सामग्री थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लेकर दीपावली पूजन के लिए संकल्प लें. सबसे पहले गजानंद की पूजा करें और इसके बाद स्‍थापित सभी देवी-देवताओं का पूजन करें. कलश की स्‍थापना करें और मां लक्ष्मी का ध्यान करें. मां लक्ष्मी को इस दिन लाल वस्‍त्र जरूर पहनाएं.