आज यानी 29 जनवरी, सोमवार को प्रदोष व्रत का शुभ संयोग बन रहा है. ये व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को किया जाता है. ये व्रत विशेष तौर पर भगवान शिव की अाराधना के लिए किया जाता है.
क्या है इस व्रत का महत्व
मान्यता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाने वाला ये व्रत विशेष लाभ प्रदान करता है. इस व्रत को करने से लंबी आयु और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है. ये व्रत प्रदोष काल में किया जाता है.प्रदोष काल सूरज डूबने के 2 घंटे 24 मिनट बाद तक रहता है.
पूजा विधि
सोमवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत के दिन उपवास रखकर सूरज डूबने के पहले स्नान आदि किया जाता है. इसके बाद पूजा करने वाली जगह को गंगाजल से साफ करके शुद्ध किया जाता है और गोबर से लीपकर मंडप तैयार किया जाता है. फिर उत्तर पूर्व दिशा में बैठकर भगवान शिव की पूजा की जाती है. अलग अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व होता है
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.