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Karwa Chauth 2018: ऐसे मनाया जाता है करवा चौथ, जानिए व्रत विधान और पूजन विधि

'करवा चौथ'.... ये एक ऐसा दिन है जिसका सभी विवाहित स्त्रियां साल भर इंतजार करती हैं.

Updated On: Oct 22, 2018 03:27 PM IST

FP Staff

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Karwa Chauth 2018: ऐसे मनाया जाता है करवा चौथ, जानिए व्रत विधान और पूजन विधि

'करवा चौथ'.... ये एक ऐसा दिन है जिसका सभी विवाहित स्त्रियां साल भर इंतजार करती हैं और इसकी सभी विधियों को बड़े श्रद्धा-भाव से पूरा करती हैं. करवाचौथ का त्योहार पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते, प्यार और विश्वास का प्रतीक है. कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत किया जाता है. कार्तिक मास की चतुर्थी जिस रात रहती है उसी दिन करवा चौथ का व्रत किया जाता है. इस साल यह व्रत 27 अक्टूबर को किया जाएगा.

करवा चौथ कैसे मनाया जाता है

महिलाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठकर सर्गी खाती हैं. यह खाना आमतौर पर उनकी सास बनाती हैं. इसे खाने के बाद महिलाएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहती हैं. दिन में शिव, पार्वती और कार्तिक की पूजा की जाती है. शाम को देवी की पूजा होती है, जिसमें पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है. चंद्रमा दिखने पर महिलाएं छलनी से पति और चंद्रमा की छवि देखती हैं. पति इसके बाद पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तुड़वाता है.

करवा चौथ व्रत विधान

व्रत रखने वाली स्त्री सुबह नित्यकर्मों से निवृत्त होकर, स्नान और संध्या की आरती करके, आचमन के बाद संकल्प लेकर यह कहें कि मैं अपने सौभाग्य एंव पुत्र-पौत्रादि तथा निश्चल संपत्ति की प्राप्ति के लिए करवा चौथ का व्रत करूंगी. यह व्रत निराहार ही नहीं अपितु निर्जला के रूप में करना अधिक फलप्रद माना जाता है. इस व्रत में शिव-पार्वती, कार्तिकेय और गौरा का पूजन करने का विधान है.

करवा चौथ व्रत पूजन

चंद्रमा, शिव, पार्वती, स्वामी कार्तिकेय और गौरा की मूर्तियों की पूजा षोडशोपचार विधि से विधिवत करके एक तांबे या मिट्टी के पात्र में चावल, उड़द की दाल, सुहाग की सामग्री, जैसे- सिंदूर, चूडियां, शीशा, कंघी, रिबन और रुपया रखकर उम्र में किसी बड़ी सुहागिन महिला या अपनी सास के पांव छूकर उन्हें भेंट करनी चाहिए. सायं बेला पर पुरोहित से कथा सुनें, दान-दक्षिणा दें. तत्पश्चात रात्रि में जब पूर्ण चंद्रोदय हो जाए तब चंद्रमा को छलनी से देखकर अर्घ्य दें. आरती उतारें और अपने पति का दर्शन करते हुए पूजा करें. इससे पति की उम्र लंबी होती है. उसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलें.

पूजन मुहूर्त

करवा चौथ पूजा मुहूर्त- सायंकाल 6:37- रात 8:00 तक

चंद्रोदय- सायंकाल 7:55

चतुर्थी तिथि आरंभ- 18:37 (27 अक्टूबर), चतुर्थी तिथि समाप्त- 16:54 (28 अक्टूबर)

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